pratibimb app |
आज के इस डिजिटल युग का जितनी ही तीव्र गति से विकास हो रहा है, उतनी ही तीव्र गति से साइबर अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए इन साइबर अपराधों और करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने और अपराध के हॉटस्पॉट पर तगड़ा प्रहार करने के लिए भरत के गृह मंत्रालय (MHA) के साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) नें राज्य पुलिस बालों के साथ-साथ प्रवर्तन एजेंसियों की मदत करने के लिए “प्रतिबिंब” नामक एक सॉफ्टवेयर को लाँच किया है। इसे बनाने वाले अधिकारियों का कहना है कि “वास्तविक समय में अपराधियों को मैप करने व उनके नेटवर्क को पूर्णतः नष्ट करने के लिए यह सॉफ्टवेयर काफी उपयोगी साबित होगा”।
“प्रतिबिंब” की विशेषताएं:
गृह मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि “प्रतिबिंब” पूरे देश में साइबर अपराधों के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों को भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) मानचित्र पर दर्शाने का एक अनूठा लाभ प्रदान करता है. इस सॉफ्टवेयर के द्वारा साइबर अपराध के लिए उपयोग हो रहे मोबाइल नंबर का सटीक लोकेसन बताता है और साथ ही कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सेवा प्रदाताओं के कर्मचारियों को एक मानचित्र भी दिखाता है। “प्रतिबिंब” के लाँच के साथ ही इसके द्वारा पहचाने गए 12 साइबर अपराधियों के खिलाफ गृह मंत्रालय नें कार्यवाही शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है।इसे भी पढें:
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आसन नहीं है साइबर अपराधियों को पकड़ना:
इसे प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि “पिछले हफ्ते “प्रतिबिंब” के लाँच होंने के बाद से, साइबर अपराधियों की निगरानी करते समय यह देखा गया है कि जब इसके द्वारा बताए गए लोकेसन पर पुलिस छापा मारने जाती है, उससे पहले ही अपराधी अपना लोकेसन बदल देते हैं। जिससे चुनौती उत्पन्न होती है क्यूंकी इनको ट्रैक करना आसान काम नहीं है।“प्रतिबिंब” के लाँच होते ही कई अपराधी पकड़े गए:
जब से यह (“प्रतिबिंब”) लाँच हुआ है तब से हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों पर बड़े पैमाने पर अभियान चलाए जा रहे हैं। इसे साइबर अपराधों के लिए चलाए जा रहे अभियानों में सबसे बड़ा अभियान भी कह सकते है। इस अभियान के तहत हरियाणा पुलिस नें नूह (मेवात) से 42 साइबर अपराधियों को पकड़ा गया है. जो राष्ट्रीय साइवर अपराधों के मामले में संलिप्त थे. इनके पास से 50 फोन, नकली आधारकार्ड एवं 90 से अधिक सिमकार्ड के साथ-साथ एटियम कार्ड और नगद कैश भी मिला है।इन सभी के अलावा साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) नें फैंटसी क्रिकेट में सट्टेबाजी गेम पर हेरफेर करने वाले अपराधियों का भी पता चल है जो अपनी फैंटसी टीम को लाभ पहुचाने के लिए लाइव मैच के साथ हेरफेर करते हैं, जिनको पकड़ना आसान काम नहीं था।
Er. Abhishek Tripathi